रायपुर: जिला चिकित्सालय बलौदाबाजार में अक्टूबर माह के दौरान संस्थागत प्रसव का आंकड़ा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। पूरे महीने में कुल 456 प्रसव दर्ज किए गए जिनमें से 155 प्रसव सी-सेक्शन (शल्य प्रसव) के माध्यम से कराए गए। बढ़ती प्रसव संख्या इस बात की ओर इंगित करता है कि जिला अस्पताल में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं पर लोगों का विश्वास बढ़ा है।
मुख्य चिकत्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि जिले में लगभग 1400 गर्भवती महिलाओं की एएनसी (प्रसव पूर्व जांच) की गई जो यह दर्शाती है कि नियमित जांच एवं सुरक्षित मातृत्व के प्रति जागरूकता में वृद्धि हुई है।बढ़ते प्रसव मामलों के कारण जिला चिकित्सालय पर कार्यभार भी तेजी से बढ़ा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार,अधिक संख्या में प्रसव होने से अस्पताल की मातृ एवं शिशु वार्ड पर दबाव बढ़ गया है, जिसके लिए अतिरिक्त संसाधन, मानवबल और व्यवस्थाओं की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है। जिसकी व्यवस्था की जा रही है ।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि बेहतर सुविधाएं, सुरक्षित प्रसव, निशुल्क दवाइयां, 24×7 उपलब्ध स्वास्थ्य स्टाफ तथा सरकार की जनहितैषी योजनाओं के कारण अधिकाधिक प्रसूताएं जिला चिकित्सालय की ओर रुख कर रही हैं। इस प्रकार से जिले मे मातृ और शिशु मृत्यु कम करने में अपेक्षित सफलता मिलने की संभावना है।
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