नए साल से पहले बदल सकती है भस्मारती दर्शन की व्यवस्था, श्रद्धालुओं को मिलेगी राहत

अगर, आप नए साल की शुरुआत या उससे कुछ दिन पहले धार्मिक नगरी उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेना चाहते हैं। या फिर आप नए साल की शुरुआत बाबा महाकाल के दर्शन से करने की योजना बना रहे हैं तो यह खबर आपके काम है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नए साल से कुछ दिन पहले बाबा महाकाल के दरबार में प्रतिदिन सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती की दर्शन व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। यह बदलाव आठ दिन तक रहेगा, इसके तहत भस्म आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन नहीं बल्कि ऑफलाइन बुकिंग करनी होगी।

श्री महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक ने बताया कि हर वर्ष नववर्ष के समय भस्म आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या अचानक बढ़ जाती है। इसे देखते हुए प्रतिवर्ष नववर्ष के समय भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग बंद कर दी जाती है। इस वर्ष भी 26 दिसंबर से 2 जनवरी तक भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग नहीं हो पाएगी। इस अवधि में सभी श्रद्धालुओं को भस्म आरती के दर्शन करने के लिए ऑफलाइन परमिशन लेनी होगी।

1700 श्रद्धालुओं को कराए जाएंगे दर्शन
वर्तमान में ऑनलाइन बुकिंग के जरिए एक दिन में लगभग 1400 श्रद्धालु भस्म आरती के दर्शन करते हैं, जबकि ऑफलाइन व्यवस्था में केवल 300 श्रद्धालु ही दर्शन कर पाते हैं। लेकिन, इन 8 दिनों में ऑनलाइन बुकिंग बंद कर एक दिन में 1700 श्रद्धालुओं को ऑफलाइन व्यवस्था के तहत दर्शन करवाए जाएंगे।

26 दिसंबर से मंदिर में ऑफलाइन दर्शन की व्यवस्था शुरू होगी। इसके लिए श्रद्धालुओं को त्रिवेणी संग्रहालय के पास स्थित पिनाकी द्वार के काउंटर से रात 10 बजे के बाद ऑफलाइन दर्शन के फॉर्म दिए जाएंगे। इन फॉर्म को आवश्यक जानकारी के साथ जमा करने के बाद ही श्रद्धालु भस्म आरती में बाबा महाकाल के दर्शन का लाभ उठा सकेंगे।